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5वां बिम्सटेक शिखर सम्मेलन

मार्च 30, 2022

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी आज बिम्सटेक के वर्तमान अध्यक्ष श्रीलंका द्वारा वर्चुअल मोड में आयोजित पांचवें बिम्सटेक (बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक को-ऑपरेशन) शिखर सम्मेलन में सम्मिलित हुए।

5वें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन से पहले, वरिष्ठ अधिकारी और विदेश मंत्री स्तर पर तैयारी बैठकें 28-29 मार्च को कोलंबो में हाइब्रिड मोड में आयोजित की गई थीं।

शिखर-सम्मेलन की विषयवस्तु "टूवर्ड्स ए रेजीलियंट रीजन, प्रॉस्पेरस इकोनॉमीज़, हेल्दी पीपुल” सदस्य देशों के लिये प्राथमिकता विषय है। इसके अलावा बिम्सटेक के प्रयासों से सहयोगी गतिविधियों को विकसित करना भी इसमें शामिल है, ताकि सदस्य देशों के आर्थिक तथा विकास पर कोविड-19 महामारी के दुष्प्रभावों से निपटा जा सके। शिखर वार्ता का प्रमुख कदम बिम्सटेक चार्टर पर हस्ताक्षर करना और उसे मंजूरी देना है, जिसके तहत उन सदस्य देशों के संगठन को आकार देना है, जो बंगाल की खाड़ी के किनारे स्थित हैं तथा उस पर निर्भर हैं।

शिखर सम्मेलन में बिम्सटेक कनेक्टीविटी एजेंडा को पूरा करने की उल्लेखनीय प्रगति का जायजा लिया गया। राष्ट्राध्यक्षों ने ‘यातायात संपर्कता के लिये मास्टरप्लान’ पर विचार किया, जिसके तहत भविष्य में इस इलाके में संपर्कता सम्बंधी गतिविधियों का खाका तैयार करने के दिशा-निर्देश निहित हैं।

अपने संबोधन में, प्रधानमंत्री ने बिम्सटेक क्षेत्रीय संपर्क, सहयोग और सुरक्षा को बढ़ाने के महत्व को रेखांकित किया और इस संबंध में कई सुझाव दिए। प्रधानमंत्री ने साथी नेताओं से बंगाल की खाड़ी को बिम्सटेक के सदस्य देशों के बीच संपर्क, समृद्धि और सुरक्षा के पुल में बदलने का प्रयास करने का आह्वान किया।

प्रधानमंत्री श्री मोदी तथा अन्य राष्ट्राध्यक्षों के समक्ष तीन बिम्सटेक समझौतों पर हस्ताक्षर हुये। इन समझौतों में वर्तमान सहयोग गतिविधियों में हुई प्रगति के विषय शामिल हैः 1). आपराधिक मामलों में पारस्परिक कानूनी सहायता पर बिम्सटेक समझौता, 2). राजनयिक प्रशिक्षण के क्षेत्र में आपसी सहयोग पर बिम्सटेक समझौता-ज्ञापन, 3). बिम्सटेक प्रौद्योगिकी हस्तांतरण सुविधा की प्रतिस्थापना के लिये संस्था के बहिर्नियम

नई दिल्ली
मार्च 30, 2022



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