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रोम और ग्लासगो रवाना होने के अवसर पर प्रधानमंत्री का बयान

अक्तूबर 28, 2021

मैं इटली के प्रधानमंत्री महामहिम मारियो ड्रैगी के निमंत्रण पर 29 से 31 अक्टूबर, 2021 तक रोम और वेटिकन सिटी का दौरा करूंगा इसके बाद मैं 1 से 2 नवंबर, 2021 तक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री महामहिम बोरिस जॉनसन के निमंत्रण पर ग्लासगो की यात्रा पर रहूंगा।

रोम में मैं 16वें जी-20 समूह के देशों के नेताओं के शिखर सम्मेलन हिस्सा लूंगा और वहां जी-20 के नेताओं के साथ महामारी के दुष्प्रभावों से वैश्विक अर्थव्यवस्था और स्वास्थ क्षेत्र को उबारने , सतत विकास और जलवायु परिवर्तन पर चर्चा करूंगा। यह 2020 में महामारी के प्रकोप के बाद जी-20 का प्रत्यक्ष रूप से आयोजित होने वाला पहला शिखर सम्मेलन होगा। यह हमें वर्तमान वैश्विक स्थिति का आकलन करने और इस बारे में विचार विमर्श का अवसर देगा कि जी-20 आर्थिक लचीलेपन को मजबूत करने और महामारी के बाद की स्थितियों को समग्रता के साथ स्थायी रूप से बेहतर बनाने का किस तरह से नेतृत्व कर सकता है।

इटली की अपनी यात्रा के दौरान मैं पोप फ्रांसिस और वेटिकन के विदेश मंत्री महामहिम कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन से मिलने के लिए वेटिकन सिटी भी जाऊँगा।

जी20 शिखर सम्मेलन से इतर मैं अन्य सहयोगी देशों के नेताओं से भी मुलाकात करूंगा और उनके साथ भारत के रिश्तों में हुई प्रगति की समीक्षा करूंगा।

31 अक्टूबर को जी-20 शिखर सम्मेलन के समापन के बाद मैं जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (यूएनएफसीसीसी) में पार्टियों के 26वें सम्मेलन (सीओपी-26) में भाग लेने के लिए ग्लासगो के लिए प्रस्थान करूंगा। मैं 1से 2 नवंबर 2021 तक दुनिया भर के 120 राष्ट्राध्यक्षों/शासनाध्यक्षों के साथ "विश्व नेताओं का शिखर सम्मेलन” के नाम से आयोजित हो रहे सीओपी-26 के उच्च-स्तरीय सत्र में हिस्सा लूंगा।

प्रकृति के साथ जुड़कर रहने और पृथ्वी के प्रति गहरे सम्मान की भावना वाली अपनी सांस्कृतिक परंपरा के अनुरूप हम स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्जा दक्षता, वनीकरण और जैव-विविधता के विस्तार पर महत्वाकांक्षी कार्रवाई कर रहे हैं। आज भारत जलवायु अनुकूलन, कार्बन शमन और लचीलापन तथा बहुपक्षीय गठबंधन बनाने के सामूहिक प्रयास में नए कीर्तिमान बना रहा है। भारत स्थापित अक्षय ऊर्जा तथा पवन और सौर ऊर्जा क्षमता के मामले में दुनिया के शीर्ष देशों में से एक है। सम्मेलन में मैं जलवायु परिवर्तन के सबंध में किए गए कार्यों और हमारी उपलब्धियों पर भारत के उत्कृष्ट प्रदर्शन को साझा करूंगा।

मैं कार्बन स्पेस के समान वितरण और कार्बन शमन सहित अनुकूलन तथा लचीलापन बनाए रखने के उपायों, वित्त जुटाने, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और हरित और समावेशी विकास के लिए स्थायी जीवन शैली के महत्व सहित जलवायु परिवर्तन के मुद्दों का व्यापक रूप से समाधान निकाले जाने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डालूंगा।

सीओपी 26 शिखर सम्मेलन भागीदार देशों के नेताओं, नवप्रवर्तकों और अंतर-सरकारी संगठनों सहित सभी हितधारकों के साथ मिलने और हरित विकास को और गति देने की संभावनाओं का पता लगाने का अवसर प्रदान करेगा।



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