लोक सभा
अतारांकित प्रश्न संख्या 3849
दिनांक 11.08.2021 को उत्तर देने के लिए
खाड़ी देशों से लौटे लोग
3849. श्री एम.के.राघवनः
क्या विदेश मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि :
(क) क्या सरकार के पास भारत में कोविड-19 की पहली लहर के बाद से खाड़ी देशों से लौटने वाले लोगों का कोई आंकड़ा है;
(ख) यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है;
(ग) क्या सरकार की खाड़ी क्षेत्र में उन सभी भारतीयों की स्वदेश वापसी के लिए कोई योजना है, जिन्होंने कोविड-19 संकट के परिणामस्वरूप अपना रोजगार खो दिया है;
(घ) यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है;
(ड.) क्या सरकार की कोविड-19 के कारण मरने वाले प्रवासियों के परिवारों के लिए अनुग्रह सहायता शामिल करने की कोई योजना है; और
(च) यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है?
उत्तर
विदेश राज्य मंत्री
(श्री वी. मुरलीधरन)
(क) और (ख) वंदे भारत मिशन के अंतर्गत 7 मई, 2020 से 30 अप्रैल 2021 तक खाड़ी देशों से वापस भारत आने वाले नागरिकों की देश-वार संख्या निम्नलिखित हैः
क्र.सं. |
देश |
30.4.2021तक आने वालों की देश-वार संख्या |
1 |
बहरीन |
78,128 |
2 |
कुवैत |
2,26,777 |
3 |
ओमान |
3,29,139 |
4 |
कतर |
3,67,078 |
5 |
सऊदी अरब |
4,79,103 |
6 |
संयुक्त अरब अमीरात |
25,44, 288 |
(ग) से (च) सरकार ने खाड़ी देशों में फंसे और अपना रोजगार खोने वाले भारतीय नागरिकों के प्रत्यावर्तन में सहायता करने के लिए सभी उपाय किए हैं। इस उद्देश्य के लिए भारत सरकार ने मई, 2020 में वंदे भारत मिशन शुरू किया है, जिसके अंतर्गत लाखों भारतीय नागरिक भारत लौटे हैं। भारत सरकार ने खाड़ी में पांच देशों नामतः बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर और संयुक्त अरब अमीरात के साथ एयर बबल व्यवस्था की है ताकि कोविड-19 महामारी के बावजूद भारत और खाड़ी देशों के बीच यात्रियों की आवाजाही जारी रह सके। खाड़ी देशों में स्थित हमारे मिशनों और कौंसलावासों ने उड़ानों और कोविड जांच के लिए स्थानीय प्राधिकारियों के सहयोग से खाड़ी क्षेत्रों से भारतीयों की वापसी; अपना रोजगार खोने वाले भारतीयों के मामलों को उनके नियोक्ताओं, जहां आवश्यक है, के साथ उठाकर; अपनी नौकरी खोने वालों सहित जरूरत मंदों को भोजन की व्यवस्था और चिकित्सा सुविधा; संकट में फंसे लोगों को भारतीय सामुदायिक कल्याण निधि (आई सी डब्ल्यू एफ) के दिशानिर्देशों के अनुसार टिकटों का भुगतान आदि सहित सभी सहायता प्रदान की है। हमारे मिशनों और केंद्रों द्वारा आई सी डब्ल्यू एफ के अंतर्गत संकट की स्थिति में विदेशी भारतीय की जरूरतों पर केंद्रित सहायता प्रदान की गई है।