लोक सभा
अतारांकित प्रश्न संख्या 3834
दिनांक 11.08.2021 को उत्तर देने के लिए
मानसरोवर तीर्थयात्रियों को रियायत
3834. श्री सुखबीर सिंह जौनापुरियाः
क्या विदेश मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि :
(क) क्या सरकार का मानसरोवर जाने वाले तीर्थ यात्रियों को कोरोना महामारी के कारण रियायतें देने का विचार है;
(ख) यदि हाँ, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है;
(ग) क्या वर्ष 2020-2021 के लिए मानसरोवर के तीर्थयात्रियों ने सरकार की योजना का लाभ उठाया है; और
(घ) यदि हाँ, तो इस योजना के तहत तीर्थयात्रियों को सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली संभावित सुविधाओं का ब्यौरा क्या है?
उत्तर
विदेश राज्य मंत्री
(श्री वी. मुरलीधरन)
(क) से (घ) विदेश मंत्रालय हर वर्ष जून और सितंबर माह के बीच दो आधिकारिक मार्गों उत्तराखंड में लिपुलेख दर्रे और सिक्किम में नाथू ला दर्रे के माध्यम से दिल्ली, उत्तराखंड और सिक्किम की राज्य सरकारों और इसके साथ-साथ भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के सहयोग से कैलाश मानसरोवर यात्रा का आयोजन करता है।
सरकार किसी भी तीर्थयात्री को कोई भी सीधी आर्थिक सब्सिडी प्रदान नहीं करती है। हालांकि, विदेश मंत्रालय कैलाश मानसरोवर यात्रा करने वाले यात्रियों को स्व-वित्तपोषण के आधार पर परिवहन, आवास, भोजन, चिकित्सा परीक्षण, गाइड आदि सुविधाएं प्रदान करता है।
विदेश मंत्रालय इस यात्रा के सुचारु आयोजन के लिए चीन जनवादी गणराज्य की सरकार के साथ-साथ विभिन्न भारतीय एजेंसियों के साथ भी समन्वय करता है। भारतीय सीमा में चिकित्सकीय आपदा की स्थिति में तीर्थयात्रियों को हेलीकॉप्टर से हवाई मार्ग द्वारा ले जाने का प्रावधान भी किया जाता है।
कोविड-19 के प्रकोप और इसके परिणामस्वरूप अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंधों के कारण2020 और 2021 में कैलाश मानसरोवर यात्रा नहीं हो पाई।
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