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भारत के प्रधानमंत्री के भूटान के राजकीय दौरे पर संयुक्त वक्तव्य

मार्च 22, 2024

भारत और भूटान: प्रगति और विकास के लिए एकजुट

1. शताब्दियों से, भारत और भूटान के बीच आपसी विश्वास, सद्भावना और समझ पर आधारित मैत्री और सहयोग के घनिष्ठ संबंध रहे हैं। हमारे सांस्कृतिक संबंध और साझा भूगोल हमें जोड़ते हैं। सशक्त आर्थिक और वित्तीय संबंध हमें बांधे रखते हैं। भारत और भूटान के नागरिकों के बीच घनिष्ठता, हमारी मैत्री का आधार है। हमारे दोनों देशों के बीच संबंध ऐतिहासिक पड़ोसी संबंधों का एक उत्कृष्ट उदाहरण हैं।

2. हमारे दोनों देशों के बीच स्थायी साझेदारी हमारे सामान्य मूल्यों तथा हमारी साझा सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत पर आधारित है। भूटान के लिए भारत, और भारत के लिए भूटान, इस क्षेत्र की एक स्थायी वास्तविकता है, जिसे भूटान के उत्तराधिकारी ड्रुक ग्यालपोस, तथा भारत और भूटान के राजनीतिक नेतृत्व के दूरदर्शी दृष्टिकोण से बल मिलता है।

3. साथ मिलकर, हम दोनों देशों के बीच आपसी सुरक्षा से संबंधित सहयोग पर संतोष व्यक्त करते हैं। हम अपने राष्ट्रीय हितों से संबंधित मुद्दों पर भविष्य में एक-दूसरे के साथ घनिष्ठ समन्वय और सहयोग बनाए रखने हेतु सहमत हैं।

4. हम साथ मिलकर एक रूपांतरणकारी साझेदारी को आगे बढ़ाएंगे जो हमारे अद्वितीय और विशिष्ट संबंधों को नई ऊंचाईयां प्रदान करेगी। इसमें माल और सेवाओं की सीमा पार निर्बाध आवाजाही के लिए रेल संपर्क, सड़क, वायु, जलमार्ग, व्यापार अवसंरचना के माध्यम से व्यापक भौतिक संपर्क-सुविधाओं तथा आर्थिक और डिजिटल संपर्क-सुविधाओं को बढ़ावा दिया जाना शामिल है।

5. 1961 में भूटान की प्रथम पंचवर्षीय योजना के बाद से, भूटान के साथ भारत की विकास साझेदारी ने नागरिकों को सशक्त बनाया है और विभिन्न क्षेत्रों में विकास सुनिश्चित किया है। विकास आधारित हमारी साझेदारी भारत के 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' के दृष्टिकोण और भूटान में सकल राष्ट्रीय प्रसन्नता की विचारधारा का समामेलन है। हम भूटान के नागरिकों तथा सरकार की प्राथमिकताओं और महामहिम के दृष्टिकोण के अनुरूप विकास आधारित अपनी साझेदारी का विस्तार करते रहेंगे।

6. ऊर्जा के क्षेत्र में हमारा सहयोग, गहन आर्थिक सहभागिता का एक जीवंत उदाहरण है, जिसके अनेक लाभप्रद पारस्परिक परिणाम मिले हैं। हम जलविद्युत, सोलर और पर्यावरण-अनुकूल हाइड्रोजन के क्षेत्रों में अपनी स्वच्छ ऊर्जा साझेदारी का विस्तार करना जारी रखेंगे और संयुक्त रूप से ऐसी नई परियोजनाएं विकसित करेंगे, जो क्षेत्र में ऊर्जा सुरक्षा बढ़ाने के लिए हमारी तकनीकी शक्ति, व्यापार क्षेत्र की जीवंतता और दोनों देशों की कुशल प्रतिभाओं को नए आयाम देंगी। इस संबंध में, हम भारत-भूटान ऊर्जा साझेदारी पर संयुक्त विजन वक्तव्य का स्वागत करते हैं।

7. हमारे दोनों देशों में गहन डिजिटल और तकनीकी परिवर्तन होने के साथ, तीव्र आर्थिक विकास और दोनों देशों के नागरिकों के कल्याण को बढ़ावा देने के लिए प्रौद्योगिकियों का उपयोग करने हेतु हम संयुक्त रूप से प्रयास करेंगे। हम अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, स्टार्ट-अप, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्वच्छ ऊर्जा, स्टेम रिसर्च और शिक्षा व डिजिटल कौशल विकास के विशिष्ट क्षेत्रों में अपनी भागीदारी को और भी गहन बनाएंगे।

8. हम पारस्परिक व्यापारिक और निवेश संबंधों को अधिक सशक्त बनाएंगे, विशेष रूप से निजी क्षेत्र के माध्यम से, जिसमें गेलेफू विशेष प्रशासनिक क्षेत्र को विकसित करने हेतु महामहिम के दृष्टिकोण का संदर्भ भी शामिल है, जिससे इस क्षेत्र में स्थायी तरीके से अधिक आर्थिक संपर्क-सुविधाओं को बढ़ावा मिलेगा, आर्थिक साझेदारियां प्रोत्साहित होंगी तथा भारत और भूटान के नागरिकों के बीच घनिष्ठता बढ़ेगी।

9. व्यक्तियों से व्यक्तियों के बीच उत्कृष्ट संबंध, हमारे ऐतिहासिक द्विपक्षीय संबंधों का आधार रहे हैं। हम अध्येताओं, शिक्षाविदों, पर्यटकों, छात्रों, युवाओं, खिलाड़ियों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देकर अपने व्यक्तियों से व्यक्तियों के बीच संबंधों को प्रेरित करेंगे। अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समानताओं को हम बढ़ावा देते रहेंगे, जिसमें एक-दूसरे के देशों में प्रतिष्ठित सांस्कृतिक विरासत स्थलों का नागरिकों द्वारा भ्रमण किया जाना भी शामिल है।

10. हम शिक्षा, कौशल, उद्यमिता, प्रौद्योगिकी, खेल और रचनात्मक और सांस्कृतिक उद्योगों के माध्यम से युवाओं के विकास को बढ़ावा देने वाले क्षेत्रों में अपनी साझेदारी गहन बनाने की अनिवार्यता रेखांकित करते हैं। भारत-भूटान के बीच यह साझेदारी हमारे युवाओं के बेहतर भविष्य के सपनों और आकांक्षाओं को साकार करने में सहायक होगी।

11. भारत ने अब एक नए ऐतिहासिक दौर में प्रवेश किया है, जिसमें तीव्र सामाजिक-आर्थिक प्रगति और तकनीकी प्रगति की विशेषता है, और इस अमृत काल में भारत 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में अग्रसर है। 2034 तक उच्च आय वाला देश बनना भूटान का लक्ष्य है और वह अपने आर्थिक विकास में एक नए चरण की शुरुआत कर रहा है। प्रगति और समृद्धि की साझा खोज में, भारत और भूटान सबसे घनिष्ठ मित्र और साझेदार बने रहेंगे।

थिम्पू
22 मार्च 2024

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