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दूसरे वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन के समापन सत्र में प्रधान मंत्री का समापन वक्तव्य

नवम्बर 17, 2023

Excellencies,

आप सभी ने जो बहुमूल्य विचार रखे, उसके लिए मैं आप सभी का आभारी हूँ। आज पूरे दिन चली ग्लोबल साउथ समिट के 10 सत्रों में महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई है, बहुत उपयोगी Ideas सामने आये हैं। और सभी के विचार सुनने के बाद, मैं Top 10 shared priorities को highlight करना चाहूँगा।

ये priorities आने वाले समय में हमारे आपसी सहयोग के मार्ग को प्रशस्त करेंगी।पहला, हम सब One Future की दिशा में ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, और सबका प्रयास’ की भावना से काम करेंगे। ये प्रयास करेंगे कि ग्लोबल साउथ में, जहां मानवता का दो तिहाई हिस्सा रहता है, कोई भी पीछे न छूटे।

हम प्रयास करेंगे कि नॉर्थ-साउथ और पूर्व-पश्चिम की दूरियाँ कम हों। हम अपना भविष्य खुद बनाएंगे, हम अपना भाग्य खुद तय करेंगे।दूसरा, सस्टेनेबल development के प्रति हमारी प्रतिबद्धता आज विश्व कल्याण की गारंटी है।

हमें गरीबी को हटाना भी है और साथ साथ ये धरती, जिसे भारत में हम मां कहते हैं, उस "धरती माँ” का संरक्षण भी करना है। Climate action का आधार होना चाहिए- इक्विटी, क्लाइमेट जस्टिस, साझा दायित्व और साझा सामर्थ्य।तीसरा, हम क्लीन, सस्टैनेबल, just, affordable और inclusive एनर्जी ट्रांजिशन की दिशा में काम करेंगे।

हम विश्व में फूड सिक्योरिटी की चुनौतियों का समाधान करने का भी प्रयास करेंगे।चौथा, डेवलपमेंट फाइनेंस के लिए हम consultative, demand-ड्रिवन, और people-centric प्रयासों को प्राथमिकता देते हैं। ये अनिवार्य है कि ग्लोबल साउथ के देश debt ट्रैप में न फंसे, किसी भी देश की संप्रभुता कमजोर न हो।

पांचवां, हम सार्वजनिक सेवाओं की डिलीवरी में सुधार के लिए global south के देशों में डिजिटल पब्लिक गुड्स के माध्यम को अपनाएंगे। छठा, हम multilateralism में सुधार के लिए साथ मिल कर काम करते रहेंगे ताकि ग्लोबल गवर्नेंस की व्यवस्थाएं और अधिक इन्क्लूसिव, consultative और representative बने।

सातवाँ, सस्टेनेबल डेवेलपमेंट में महिलाओं की अहम भूमिका को देखते हुए women led development को बढ़ावा देंगे। और समाज के सभी क्षेत्रों में महिलाओं की सार्थक भागीदारी बढ़ाने के लिए भरपूर प्रयास करेंगें।आठवाँ, हम ग्लोबल साउथ में आपसी निवेश को बढ़ावा देंगे। हम ग्लोबल वैल्यू चेन्स में ग्लोबल साउथ को जोड़ने के लिए कार्य करेंगे।

नवाँ, हम आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ़ अपने सहयोग को मजबूत करेंगे। अपने साइबर-स्पेस को सुरक्षित रखते हुए, हम आतंकियों द्वारा नई टेक्नोलॉजी के दुरुपयोग को रोकने के लिए भी डटकर प्रयास करेंगें। और दसवाँ, हम 2030 के SDG एजेंडा को पूरी तरह से और समयबद्ध रूप से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे।

Excellencies,

एक बार फिर, मैं दूसरे Voice of Global South Summit में शामिल होने के लिए आपका बहुत आभारी हूँ। भारत हमेशा अपने अनुभव और अपनी क्षमताएं ग्लोबल साउथ के साथ साझा करने के लिए तैयार है। भारत हमेशा एक विश्वसनीय पार्टनर की तरह कार्यरत रहेगा। हम निरंतर संपर्क में रहेंगे, और ग्लोबल साउथ का हमारा संवाद आने वाले समय में भी जारी रहेगा ।

मैं फिर एक बार, आप सबका बहुत बहुत आभारी हूँ ।
बहुत बहुत धन्यवाद!

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