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प्रश्न संख्या 4059 भारतीय संस्कृति और पर्यटन को विदेशों में बढ़ावा दिया जाना

अप्रैल 07, 2022

राज्य सभा
अतारांकित प्रश्न संख्या 4059
दिनांक 07.04.2022 को उत्तर देने के लिए

भारतीय संस्कृति और पर्यटन को विदेशों में बढ़ावा दिया जाना

4059. डा. अमी याज्ञिक:

क्या विदेश मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि :

(क) क्या सरकार विदेशों में भारतीय संस्कृति और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कोई कदम उठा रही है;

(ख) यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है;

(ग) क्या सरकार को विदेशों में संस्कृति और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गुजरात राज्य की सरकार से कोई प्रस्ताव प्राप्त हुआ है; और

(घ) यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है?

उत्तर
विदेश राज्य मंत्री
(श्रीमती मीनाक्षी लेखी)

(क) और (ख) भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से विदेश स्थित अपने सांस्कृतिक केन्द्रों और मिशनों/केन्द्रों के माध्यम से पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति तथा विभिन्न क्षेत्रों में अपने कार्यकलापों को बढ़ावा दे रही है जिसमें अन्य बातों के साथ-साथ विदेशों में योग, नृत्य, संगीत तथा हिंदी का अध्यापन; भारतीय संस्कृति के विभिन्न क्षेत्रों में सम्मेलन, संगोष्ठियों/कार्यशालाओं का आयोजन करना/उनमें सहायता करना; विभिन्न विदेशी विश्वविद्यालयों में भारतीय अध्ययन की पीठों को समर्थन देना; महात्मा गांधी तथा अन्य राष्ट्रीय नायकों के आवक्ष तथा प्रतिमाएं उपहार स्वरूप देना, दृश्य कला प्रदर्शनियों का आदान-प्रदान करना तथा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का समारोह मनाना शामिल है।

संस्कृति मंत्रालय अपनी "वैश्विक आदान-प्रदान योजना" के माध्यम से विदेशों में सस्कृति को बढ़ावा देता है जिसमें एक मुख्य संघटक के रूप में भारतीय उत्सवों तथा भारत-विदेश मैत्री सांस्कृतिक सोसायटी को अनुदान सहायता शामिल है।

पर्यटन मंत्रालय विदेश स्थित भारतीय मिशनों सहित अपने भारत पर्यटन कार्यालयों के माध्यम से पर्यटन की संभावनाओं वाले क्षेत्र में भारत को एक पसंदीदा पर्यटन केन्द्र के रूप में बढ़ावा देता है। इसे यात्रा व्यापार, राज्य सरकारों तथा विदेशों में भारतीय मिशनों के सहयोग से एकीकृत विपणन एवं संवर्द्धनात्मक नीति, वैश्विक मीडिया अभियान और सामंजस्यपूर्ण संवर्द्धनात्मक उपायों के माध्यम से सुविधाजनक बनाया जाता है। अक्तूबर 2021 में विदेश मंत्रालय के पास शीर्ष 20 स्रोत बाजार देशों के भारतीय मिशनों में विनिर्दिष्ट पर्यटन अधिकारी हैं।

(ग) और (घ) सरकार को चुनिंदा देशों में 'गुजरात की भावना' विषय पर कार्यक्रम आयोजित करने का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है। यह अवधारणा गुजरात के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक परिदृश्य को गुजरात के डायस्पोरा से जोड़ने के लिए है। एक सप्ताह लम्बा यह कार्यक्रम आजादी के अमृत महोत्सव और संस्कृति के विकास और संरक्षण में विदेशों में रहने वाले गुजरातियों की भूमिका पर एक लघु फिल्म से शुरू होगा।

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