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रैंसमवेयर पर क्वाड विदेश मंत्रियों का वक्तव्य

सितम्बर 23, 2022

हम, ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान के विदेश मंत्री तथासंयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश सचिव, 23 सितम्बर, 2022 को न्यूयॉर्क में मिले। हम एक खुले और मुक्त इंडो-पैसिफिक, जो समावेशी और नियम-आधारित है, की उन्नति के लिए इंडो-पैसिफिक देशों को समर्थन देने कीक्वाड की प्रतिबद्धता को दोहराते हैं। हम एक खुले, सुरक्षित, स्थिर, सुलभ और शांतिपूर्ण साइबरस्पेस के लिए प्रतिबद्ध हैं और साइबरस्पेस में जिम्मेदार राज्य व्यवहार के लिए संयुक्त राष्ट्र के ढांचे को लागू करने के लिए देशों की क्षमता बढ़ाने मेंक्षेत्रीय पहल का समर्थन करते हैं। हमारा दृढ़ विश्वास है कि इंडो-पैसिफिक देशों की साइबर क्षमताओं को बढ़ाने के लिए केंद्रित पहल क्षेत्रीय साइबर बुनियादी ढांचे की सुरक्षा और लचीलापन सुनिश्चित करेगी।

11 फरवरी 2022 को हुईक्वाड विदेश मंत्रियों की पिछली बैठक को याद करते हुए, हम रैंसमवेयर के वैश्विक खतरे से निपटने के प्रतिबद्ध हैं, जो इंडो-पैसिफिक केआर्थिक विकास और सुरक्षा के लिए एक अवरोधरहा है। रैंसमवेयर की अंतरराष्ट्रीय प्रकृति हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा, वित्त क्षेत्र और व्यावसायिक उद्यम, महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे और व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। हम अमेरिका के नेतृत्व वाले काउंटर रैंसमवेयर इनिशिएटिव (सीआरआई) का समर्थन करने वाले 36 देशों द्वारा की गई प्रगति और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में साइबर अपराध के खिलाफ नियमित, व्यावहारिक-उन्मुख परामर्श की सराहना करते हैं।

राज्यों से कार्रवाई का आह्वान

मंत्रियों ने राज्यों से अपने क्षेत्र के भीतर से होनेवाले रैंसमवेयर संचालन को संबोधित करने के लिए उचित कदम उठाने का आह्वान किया। हम महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के खिलाफ रैंसमवेयर सहित दुर्भावनापूर्ण साइबर गतिविधि का सामना करने में एक-दूसरे की सहायता करने की जिम्मेदारी लेते हैं।

इंडो-पैसिफिक में लचीलापन और क्षमता निर्माण

मंत्रियों ने साइबर बुनियादी ढांचे के लिए रैंसमवेयर खतरों से लड़ने के लिए हमारी सामूहिक इच्छा का संकेत दिया जो इंडो-पैसिफिक केआर्थिक विकास और सुरक्षा को सक्षम बनाता है। हम क्षमता निर्माण कार्यक्रमों व पहलों पर और अधिकसहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जिनका उद्देश्य क्षेत्रीय साइबर सुरक्षा को बढ़ाना और इंडो-पैसिफिक में रैंसमवेयर हमलों के खिलाफ लचीलापन में सुधार करना है। मंत्रियों ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इंडो-पैसिफिक भागीदारों के बीच रैंसमवेयर का मुकाबला करने में व्यावहारिक सहयोग के परिणामस्वरूप क्षेत्र में रैंसमवेयर केअभिनेताओं को उनकेसुरक्षित पनाहगाह से वंचित किया जा सकेगा। हम इंडो-पैसिफिक में भागीदारों की सहायता करने के लिए परिणाम-उन्मुख प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करते हैं ताकि साइबर स्पेस में उनके लचीलेपन, विश्वास और भरोसेको मजबूत किया जा सके और प्रभावी घटना-प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाया जा सके।

बहु-हितधारक

मंत्रीगणरैंसमवेयरविरोधीक्षमता निर्माण के लिए बहु-हितधारक दृष्टिकोण के महत्व को रेखांकित करते हैं। इसमें साइबर विशेषज्ञता पर वैश्विक मंच (जीएफसीई) जैसे मौजूदा तंत्र की भूमिका को बढ़ावा देना शामिल है। मंत्रियों ने इंटरनेट गवर्नेंस के लिए बहु-हितधारक दृष्टिकोण को स्वीकार किया जोहमारे पूरे क्षेत्र में प्रौद्योगिकियों और साइबर स्पेस के डिजाइन और उपयोग में हमारे साझा मूल्यों को बनाए रखेगा।

तंत्र

हम साइबर अपराध को अधिक व्यापक रूप से संबोधित करने के लिए एक दीर्घकालिक साधन के रूप में एक संभावित नए संयुक्त राष्ट्र साइबर अपराध सम्मेलन की वार्ता का स्वागत करते हैं, जो रैंसमवेयर का मुकाबला करने में उपयोगी होगी। हम तकनीकी रूप से तटस्थ और लचीले तरीके से एक नई संधि का मसौदा तैयार करने की आवश्यकता को रेखांकित करते हैं, जो विशिष्ट तकनीकों या आपराधिक कार्यप्रणाली का वर्णन नहीं करती है।

न्यूयॉर्क
सितम्बर 23, 2022

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