लोक सभा
अतारांकित प्रश्न सं. 3390
दिनांक05.08.2022 को उत्तर देने के लिए
भारत और नेपाल के बीच संबंध
3390. श्री कीर्ति वर्धन सिंहः
क्या विदेश मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि:
(क) क्या हाल ही में भारत से एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने मई, 2022 में नेपाल का दौरा किया था;
(ख) यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है और हस्ताक्षर किए गए समझौतों का ब्यौरा क्या है तथा नेपाल में नई परियोजना के लिए क्या प्रस्ताव किए गए हैं;
(ग) क्या दोनों देशों के नेताओं ने चीन के साथ सीमा साझा करने से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की और यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है; और
(घ) पड़ोसी देशों में चीन के बढ़ते प्रभाव के मद्देनजर नेपाल के साथ भारत के संबंधों की वर्तमान स्थिति क्या है?
उत्तर
विदेश राज्य मंत्री
[श्री वी. मुरलीधरन]
(क) और (ख) प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल के प्रधान मंत्री, महामहिम शेर बहादुर देउबा के निमंत्रण पर 16 मई, 2022 को लुंबिनी, नेपाल की आधिकारिक यात्रा की। दोनों प्रधानमंत्रियों ने संस्कृति, अर्थव्यवस्था, व्यापार, संपर्क, ऊर्जा और विकास साझेदारी सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारत-नेपाल सहयोग को और मजबूत करने के लिए विशिष्ट पहलों और विचारों पर चर्चा की। इस यात्रा ने दोनों देशों के बीच बहुआयामी साझेदारी को और गति प्रदान की। इस यात्रा के दौरान संपन्न हुए समझौता ज्ञापनों/करारों की सूची:
(i) बौद्ध अध्ययन के लिए डॉ. अम्बेडकर पीठ की स्थापना पर भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद और लुंबिनी बौद्ध विश्वविद्यालय के मध्य समझौता ज्ञापन।
(ii) भारतीय अध्ययन के आईसीसीआर पीठ की स्थापना पर भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) और सीएनएएस, त्रिभुवन विश्वविद्यालय के मध्य समझौता ज्ञापन।
(iii) भारतीय अध्ययन के आईसीसीआर पीठ की स्थापना पर भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) और काठमांडू विश्वविद्यालय (केयू) के मध्य समझौता ज्ञापन।
(iv) काठमांडू विश्वविद्यालय, नेपाल और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटी-एम), भारत के मध्य समझौता ज्ञापन।
(v) मास्टर स्तर पर संयुक्त डिग्री कार्यक्रम के लिए काठमांडू विश्वविद्यालय, नेपाल और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटी-एम), भारत के मध्य करार पत्र (एलओए)।
(vi) अरुण 4 परियोजना के विकास और कार्यान्वयन के लिए एसजेवीएन लिमिटेड और नेपाल विद्युत प्राधिकरण के मध्य करार।
(ग) और (घ) नेपाल के साथ भारत की ऐतिहासिक, बहुआयामी साझेदारी है, जो लोगों के आपसी घनिष्ठ संबंधों पर आधारित है। सरकार दोनों देशों के पारस्परिक लाभ और प्रगति के लिए नेपाल सरकार और लोगों के साथ अपनी बहुआयामी द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत और प्रगाढ़ करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। नेपाल के साथ भारत के घनिष्ठ संबंध अपने दम पर मजबूती से खड़े हैं। सरकार भारत के राष्ट्रीय हितों को प्रभावित करने वाले सभी घटनाक्रमों पर बारीकी से नजर रखती है और इन्हें आगे बढ़ाने और सुरक्षित रखने के लिए सभी आवश्यक उपाय करती है।