लोक सभा
अतारांकित प्रश्न संख्या 3347
दिनांक 05.08.2022 को उत्तर देने के लिए
लंदन मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी में भारतीय छात्र
3347. श्री पी. वेलुसामी :
क्या विदेश मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि:
(क) क्या सरकार को लंदन मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी, पर यूके सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के बारे में जानकारी है जिसे गैर-यूरोपीय संघ के छात्रों को प्रायोजित करने और पढ़ाने से प्रतिबंधित कर दिया गया है;
(ख) यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है और इस विश्वविद्यालय में वर्तमान में कितने भारतीय छात्र पढ़ रहे हैं;
(ग) भारतीय छात्रों द्वारा इस विश्वविद्यालय को कुल कितनी राशि का भुगतान किया गया है और सरकार द्वारा भारतीय छात्रों के हितों की रक्षा के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं; और
(घ) क्या मंत्रालय के पास अनुमोदित विदेशी विश्वविद्यालयों के संबंध में अपनी वेबसाइट पर सूचना प्रदर्शित करने का कोई प्रस्ताव है और यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है; और
(ड.) सरकार द्वारा भारत के छात्रों के भविष्य की रक्षा के लिए अन्य क्या उपाय किए जा रहे हैं?
उत्तर
विदेश राज्य मंत्री
(श्री वी. मुरलीधरन)
(क) से (घ) जी हाँ। अगस्त 2012 में यूके होम ऑफिस ने लंदन मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी द्वारा विदेशी छात्रों की निगरानी में विफलता के कारण गैर-यूरोपीय संघ के छात्रों को प्रायोजित करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इस प्रतिबंध को 2013 में हटा दिया गया था। तब से भारतीय छात्रों ने शैक्षणिक सत्रों में अपना प्रवेश फिर से शुरू कर दिया है। वर्तमान में इस विश्वविद्यालय में अध्ययन कर रहे भारतीय छात्रों की संख्या और उनके द्वारा भुगतान की गई कुल राशि एक न्यासीय मामला है और पब्लिक डोमेन में उपलब्ध नहीं है। भारतीय उच्चायोग, लंदन की आधिकारिक वेबसाइट में 'छात्रों के लिए सूचना' के तहत वेब पेज का लिंक ( https://www.hcilondon.gov.in/page/information-for-students/ ) है जिससे यह जांच की जा सकती है कि यूके यूनिवर्सिटी ऑफ कॉलेज डिग्री प्रदान कर सकता है या नहीं।
(ड.) भारतीय मिशन/केंद्र स्थानीय प्राधिकरणों और विश्वविद्यालयों के साथ निवटवर्ती समन्वय करते हैं और मदद पोर्टल के छात्र मॉड्यूल, सोशल मीडिया मंचों, ओपन हाउस कार्यक्रमों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सीधे बातचीत के माध्यम से भारतीय छात्रों को हर संभव सहायता प्रदान करते हैं। वे भारतीय छात्र संघों और विश्वविद्यालय प्रशासन के संपर्क में भी रहते हैं। किसी भी संकट की स्थिति में, छात्रों को भारतीय सामुदायिक कल्याण कोष (आईसीडब्लूएफ) के तहत भी सहायता प्रदान की जा सकती है। मंत्रालय छात्रों की मदद के लिए समय-समय पर उचित परामर्शियां जारी करता है।