लोक सभा
अतारांकित प्रश्न संख्या 4973
01.04.2022 को उत्तर दिए जाने के लिए
वंदे भारत मिशन के तहत विदेशों से स्वदेश लौटने वाले भारतीय
4973. श्री राजीव प्रताप रूडी:
क्या विदेश मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि:
(क) क्या कई छात्र विभिन्न विषयों का अध्ययन करने के लिए विदेश जाते हैं और यदि हां, तो गत पांच वर्षों और वर्तमान वर्ष के दौरान देश-वार और बिहार सहित तत्संबंधी राज्य/संघ राज्यक्षेत्र-वार ब्यौरा क्या है;
(ख) विदेशों में चिकित्सा और इंजीनियरिंग का अध्ययन करने वाले छात्रों की देश-वार, विधा-वार संख्या कितनी है; और
(ग) गत पांच वर्षों और वर्तमान वर्ष के दौरान वंदे भारत मिशन के तहत विदेशों से स्वदेश लौटने वाले भारतीयों की संख्या बिहार सहित राज्य/संघ राज्यक्षेत्र-वार कितनी है?
उत्तर
विदेश राज्य मंत्री
[श्री वी. मुरलीधरन]
(क) और (ख) बड़ी संख्या में भारतीय छात्र पढ़ाई के लिए विदेश जाते हैं। ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन (बीओआई) से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पिछले पांच वर्षों के दौरान बिहार सहित पढ़ाई के लिए विदेश जाने वाले छात्रों की कुल संख्या इस प्रकार है:
क्रम.सं. |
कलेंडर वर्ष |
छात्रों की संख्या |
1. |
2017 |
4,54,009 |
2. |
2018 |
5,17,998 |
3. |
2019 |
5,86,337 |
4. |
2020 |
2,59,655 |
5. |
2021 |
4,44,553 |
6. |
2022 (20.03.2022 तक) |
1,33,135 |
2017 से 2022 (20.03.2022 तक) तक "अध्ययन" के लिए अपनी विदेश यात्रा के उद्देश्य के रूप में उल्लेख करने वाले भारतीयों की संख्या का देश-वार विवरण अनुबंध-I में दिया गया है।
(ग) कोविड-19 महामारी के कारण दुनिया के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए और संकटग्रस्त भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए 7 मई 2020 को वंदे भारत मिशन (वीबीएम) शुरू किया गया था। 21 मार्च 2022 तक, वंदे भारत मिशन और एयर बबल व्यवस्था के तहत संचालित उड़ानों (आगमन और प्रस्थान) से बिहार के लोगों सहित 3.09 करोड़ यात्रियों को आवागमन की सुविधा प्रदान की गई है।