भारत के आंतरिक मामलों पर पाकिस्तान द्वारा की गई टिप्पणियों के उत्तर में, सरकारी प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा,
"हम एक दीवानी मामले, जो पूर्णतः भारत का आंतरिक मामला है, पर भारत के उच्चतम न्यायालय के निर्णय पर पाकिस्तान द्वारा की गई अनुचित और अनावश्यक टिप्पणियों को अस्वीकार करते हैं । यह कानून और सभी धर्मों के प्रति समान आस्था, अवधारणाओं जो उनके लोकाचार का हिस्सा नहीं
है, से संबंधित है। अतः जबकि पाकिस्तान की समझ की कमी, पर आश्चर्य नहीं है, नफरत फैलाने के स्पष्ट इरादे से हमारे आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने की उनकी मनोविकार मजबूरी निंदनीय है।
नई दिल्ली
09 नवंबर, 2019