यात्रायें

Detail

प्रधानमंत्री का 16वीं भारत- आसियान शिखरवार्ता के उदघाटन समारोह में संबोधन

नवम्बर 03, 2019

योर एक्सेलेंसी प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओ-चा,
एक्सेलेंसीज़,

योर मेजेस्टी,

मुझे भारत-आसियान समिट फॉर्मेट में एक बार फिर आपसे मुलाकात करके प्रसन्नता हो रही है। मैं थाईलैंड को उत्कृष्ट व्यवस्था, और उच्चकोटि के आतिथ्य के लिए धन्यवाद देता हूँ। मैं वियतनाम को भी अगले वर्ष आसियान तथा ईस्ट एशिया समिट की अध्यक्षता के लिए शुभकामनाएँ देता हूँ।

एक्सेलेंसीज़,

मैं भारत और आसियान के बीच इंडो-पसिफ़िक आउटलुक के आपसी समन्वय का स्वागत करता हूँ। भारत की Act East Policy हमारे Indo-Pacific vision का एक महत्वपूर्ण भाग है। ASEAN हमारी Act East Policy का मर्म है और सदैव रहेगा। इंटीग्रेटेड, संगठित और आर्थिक रूप से विकासशील ASEAN भारत के बुनियादी हित में है। हम और मज़बूत surface, maritime और air-connectivity तथा digital-link के माध्यम से अपनी साझेदारी को और बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। Physical और digital connectivity के लिए $1 billion की line of credit उपयोगी होगी। हमारा इरादा अध्ययन, अनुसंधान, व्यापार और टूरिज्म के लिए लोगों के आवागमन को बहुत बढ़ाने का है।

इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए भारत ASEAN के साथ आपसी हितों के क्षेत्र में साझेदारी बढ़ाने के लिए तैयार हैं। पिछले साल Commemorative Summit तथा Singapore में Informal Summit में लिए गए निर्णयों को लागू करने से हमारे बीच और घनिष्ठता आई है। कृषि, विज्ञान, रिसर्च, ICT और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में capacity building और पार्टनरशिप को और बढ़ाने के लिए हम तैयार हैं। मैं हाल ही में ASEAN-India FTA की समीक्षा के निर्णय का स्वागत करता हूँ। इससे हमारे आर्थिक सम्बन्ध न सिर्फ़ और मज़बूत बनेंगे बल्कि हमारा व्यापार भी और balanced होगा। मेरीटाइम सुरक्षा, ब्लू इकॉनमी और मानवीय सहायता के क्षेत्रों में भी अपनी साझेदारी को हम मज़बूत बनाना चाहते हैं। योर एक्सेलेंसीज़ के विचारों को सुनने के बाद मैं कुछ पहलुओं पर विस्तार से बात करना चाहूँगा। मैं फिर एक बार थाईलैंड का और आप सबका ह्रदय से बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूँ।

बैंकाक
नवंबर 03, 2019


टिप्पणियाँ

टिप्पणी पोस्ट करें

  • नाम *
    ई - मेल *
  • आपकी टिप्पणी लिखें *
  • सत्यापन कोड * पुष्टि संख्या