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रणनीतिक साझेदारी की स्थापना के संबंध में भारतीय गणतंत्र और किर्गिज गणतंत्र द्वारा संयुक्त घोषणा

जून 15, 2019

किर्गिज गणतंत्र के राष्ट्रपति महामहिम श्री सूरोनबे जीनबेकोव के निमंत्रण पर भारत के प्रधानमंत्री महामहिम श्री नरेन्द्र मोदी ने 13-14 जून, 2019 को किर्गिज गणतंत्र का सरकारी दौरा किया।

राष्ट्रपति जीनबेकोव और प्रधानमंत्री मोदी ने द्विपक्षीय संबंधों, परस्पर हितों के अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर गर्मजोशी और मैत्रीपूर्ण माहौल में गहराई से विचारों का आदान-प्रदान किया और साझा समझ पर पहुंचे।

किर्गिज गणतंत्र और भारतीय गणतंत्र (इसके बाद दोनों पक्षों के रूप में संदर्भित) के दोनों नेताओं ने 1992 से अपने कूटनीतिक संबंधों की स्थापना के बाद से विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग में महत्वपूर्ण प्रगति की खूब सराहना की।

उन्होंने 18 मार्च, 1992 के किर्गिज गणतंत्र और भारतीय गणतंत्र के बीच मुख्य सहयोग के क्षेत्रों के संबंध में संयुक्त घोषणा का आह्वान किया जिसने दोनों ही देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को विकसित करने के लिए मजबूत आधारशिला रखी।

किर्गिज-भारत संबंधों को बढ़ाने और विद्यमान बहुमुखी सहयोग को और गहरा करने की साझा इच्छा से प्रेरित होकर तथा क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए दोनों ही पक्षों ने निम्नलिखित की घोषणा की:

1. दोनों ही पक्षों ने इस द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी स्तर तक बढ़ाने का निर्णय लिया। दोनों ही पक्षों ने इस पर जोर दिया कि एक दूसरे के साथ परस्पर लाभदायक संबंधों का विकास प्राथमिकताओं में से एक है और प्रत्येक पक्ष की विदेश नीति की रणनीतिक दिशाओं में से एक है और इससे सभी क्षेत्रों में राजनीतिक विश्वास को मजबूती मिलेगी व व्यापक सहयोगपूर्ण विकास को बढ़ावा मिलेगा।

2. दोनों ही पक्षों ने इस पर जोर दिया कि सभी स्तरों पर दौरों के माध्यम से एक सक्रिय राजनीतिक वार्ता करने तथा परस्पर हितों के महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर निकट सहयोग से संबंधों के सतत विकास में मदद मिलेगी और दोनों ही देशों के बीच परस्पर हितों को और मजबूती मिलेगी।

3. दोनों ही पक्षों ने इसे नोट किया कि व्यापार और आर्थिक दायरे में किर्गिज – भारत सहयोग का वर्तमान स्तर उस क्षमता का नहीं है जो दोनों देशों में विद्यमान है। दोनों ही पक्ष समानता और परस्पर लाभ के सिद्धांतों की भावना के साथ आर्थिक सहयोग को उच्च स्तर पर ले जाने के लिए साथ-साथ कार्य करेंगे जिसमें द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाना तथा माल और सेवा क्षेत्र को विस्तार देना शामिल है।

4. दोनों ही पक्षों ने औद्योगिक क्षेत्र विशेषकर वस्त्र, कपड़ा, खनन और सूचना व संचार प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सहयोग विकसित करने का निर्णय लिया।

5. दोनों ही पक्षों ने दोनों ही देशों के कारोबारी मंडलों के प्रतिनिधियों की भागीदारी के साथ कारोबारी मंच के सफल आयोजन पर संतोष जाहिर किया।

6. दोनों ही पक्षों ने क्षेत्रीय सड़क और रेल कनेक्टिविटी के महत्व को नोट किया। दोनों पक्ष कनेक्टिविटी में सुधार करने के लिए परस्पर लाभकारी परियोजनाओं को विकसित करने में सहयोग की संभावनाओं की जांच करने पर सहमत हुए।

7. दोनों ही पक्षों ने किर्गिज गणतंत्र के विदेश मंत्रालय और भारतीय गणतंत्र के विदेश मंत्रालय के बीच व्यापार, आर्थिक और वैज्ञानिक व तकनीकी सहयोग एवं परामर्श के संबंध में भारत-किर्गिज अंतर सरकारी आयोग की नियमित बैठकों को आयोजित करने के महत्व को नोट किया।

8. दोनों ही पक्षों ने दोनों ही देशों के बीच लोगों के मध्य संपर्क के महत्व को नोट करते हुए संस्कृति, विज्ञान, शिक्षा, स्वास्थ्य परिचर्या, पर्यटन, खेल, सूचना, बौद्धिक संपदा की रक्षा और नवोन्मेष, राष्ट्रीय सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा और अन्य क्षेत्रों में सहयोग को जारी रखने और आगे विस्तार करने के अपने इरादे की घोषणा की। दोनों ही पक्षों ने किर्गिज गणतंत्र के भूभाग में बुद्ध के ऐतिहासिक स्मारकों को अक्षुण्ण करने के महत्व को नोट किया।

9. दोनों ही पक्ष वर्ष 2021 को दोनों ही देशों में संस्कृति वर्ष के रूप में मनाने के लिए सहमत हुए जिसके दौरान दोनों ही देशों के लोगों के बीच राजनीतिक, सामाजिक-आर्थिक, सांस्कृतिक और मैत्रीपूर्ण सबंध को मजबूत करने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

10. किर्गिज पक्ष ने भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग कार्यक्रम (आईटीईसी) के ढ़ांचे के भीतर किर्गिज गणतंत्र के विशेषज्ञों के प्रशिक्षण में भारत द्वारा प्रदान की गयी सहयता के प्रति कृतज्ञता जाहिर की। दोनों ही पक्षों ने आशा व्यक्त की कि इस कार्यक्रम में भागीदारी से किर्गिज गणतंत्र के राष्ट्रीय विकास में योगदान मिलता रहेगा और दोनों ही देश के लोगों के बीच यह मैत्री का एक पुल भी होगा।

11. किर्गिज पक्ष ने कैंसर रोगियों के उपचार के लिए चिकित्सा विकिरण उपकरण ‘’भाभाट्रोन-2’’ प्रदान करने की भारत की मानवीय सहायेता की सराहना की और स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग को और गहरा करने के लिलए अपनी इच्छा व्यक्त की। इस संबंध में, दोनों ही पक्षों ने स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होने का स्वागत किया।

12. चल रहे रक्षा सहयोग पर संतोष जताते हुए दोनों ही पक्षों ने अपने रक्षा बलों के बीच निकट संबंध की प्राप्ति हेतु अपनी प्रतिबद्धता को दुहराया और रक्षा के क्षेत्र, पर्वत प्रशिक्षण, संयुक्त अभ्यास, संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान तथा परस्पर हित के क्षेत्रों में सैन्य-तकनीकी सहयोग सहित रक्षा सैनिकों के प्रशिक्षण के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के लिए अपनी तत्परता जाहिर की।

13. दोनों ही पक्षों ने आतंकवाद के सभी रूपों और आविर्भाव तथा अतिवादी व अलगाव वाद की कठोरता से भर्त्सना और विरोध किया, ये दोनों देशों और समग्रत: इस क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न करते हैं। आतंकवाद और अतिवादी खतरों के बढ़ते स्तर के संबंध में दोनों पक्षों ने कानून प्रवर्तन के क्षेत्रों में सहयोग को मजबूती देकर तथा सीमाओं की सुरक्षा की क्षमता को बढ़ाकर इन चुनौतियों से निपटने के लिए बहुत महत्व प्रदान किया। आतंकवाद से निपटने के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों को बढ़ाने की आवश्यकता का आह्वान करते हुए दोनों ही पक्षों ने संयुक्त राष्ट्र संघ में ‘’अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद संबंधी व्यापक अभिसमय’’ को शीघ्र अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।

14. दोनों ही पक्ष परस्पर हित के क्षेत्रों में अपने संबंधित सुरक्षा परिषद् ढ़ांचों के बीच द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने पर सहमत हुए। इस संबंध में दोनों ही पक्षों ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् सचिवालय और किर्गिज गणतंत्र के राष्ट्रपति के अधीन सुरक्षा परिषद् के कार्यालय के बीच समझौता ज्ञापन पर हुए हस्ताक्षर का स्वागत किया।

15. किर्गिज पक्ष ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में भारत गणतंत्र की सदस्यता का स्वागत किया और यह नोट किया कि इस सदस्यता ने इस संगठन को मजबूती प्रदान की है। एससीओ में भारत की भागीदारी दोनों ही पक्षों को बहुपक्षीय मंच में एक दूसरे के साथ संबद्ध होने का अतिरिक्त अवसर भी प्रदान करता है।

16. स्वतंत्रता, लोकतंत्र, मूलभूत मानवाधिकारों और कानून व्यवस्था के लिए सम्मान के समान मूल्यों को साझा करते हुए दोनों पक्षों ने वैश्विक शांति और स्थिरता को अक्षुण्ण बनाए रखने और बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों में परस्पर सहयोग को और गहरा और मजबूत करने के लिए अपनी इच्छा जतायी।

17. दोनों पक्ष संयुक्त राष्ट्र संघ को उसके प्रतिनिधित्व प्रकृति में और बढ़ोतरी कर समकालीन विश्व राजनीतिक सच्चाई को परिलक्षित करते हुए और अधिक साम्य और लोकतांत्रिक संगठन बनाने के लिए इसमें सुधार करने की आवश्यकता पर सहमत हुए। दोनों पक्षों ने वैश्विक चुनौतियों और खतरों के प्रति तत्काल प्रतिक्रिया और प्रभावी कार्य करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् की क्षमता को और मजबूत बनाने के लिए इसमें सुधार करने के विचार के साथ अपनी सहमति को दुहराया। किर्गिज पक्ष ने विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में स्थायी सदस्यता हेतु भारत की उम्मीदवारी के समर्थन को दुहराया। दोनों पक्षों ने मित्रता और परस्पर विश्वास की भावना से और बहुपक्षीय संगठन में निकट सहयोग को ध्यान में रखते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् की अस्थायी सदस्यता सहित विभिन्न संयुक्त राष्ट्र मंचों में एक दूसरे के लिए कार्य करने पर सहमत हुए।

18. किर्गिज गणतंत्र नवीकरणीय ऊर्जा की क्षमता को महसूस करने पर अधिक ध्यान देने सहित जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता पर भारतीय गणतंत्र की स्थिति और पहल का समर्थन करता है।

19. दोनों पक्षों ने दोहरे कराधान से बचने, द्विपक्षीय निवेश, स्वास्थ्य, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, निवेश संवर्धन आदि क्षेत्रों सहित भारत के प्रधानमंत्री के सरकारी दौरे के दौरान कई एमओयू और समझौतों पर हस्ताक्षर किए।

20. दोनों पक्षों ने प्रशिक्षण, क्षमता वर्धन और पर्वत प्रशिक्षण के क्षेत्रों सहित भारत-किर्गिज रक्षा सहयोग के सतत विकास पर अपना संतोष जाहिर की।

21. दोनों पक्षों ने 14-24 जून, 2019 को भारत-किर्गिज वस्त्र प्रदर्शनी की संयुक्त मेजबानी की सराहना की और वस्त्र, हस्तकरघा, कपड़ा और कला के क्षेत्रों में संयुक्त सहयोग की खोज पर सहमत हुए।

22. दोनों पक्ष पर्यटन, इको टूरिज्म, पर्यावरण रक्षा और वन्य जीव संरक्षण के क्षेत्र में प्रशिक्षण और क्षमता विकास के अवसरों के संयुक्त खोज पर भी सहमत हुए।

23. भारतीय पक्ष ने किर्गिज गणतंत्र में अंतरराष्ट्रीय योग और आयुर्वेद दिवस को बढ़ावा देने के लिए किर्गिज गणतंत्र को धन्यवाद दिया।

24. दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय और बहुपक्षीय स्तर पर नियमित उच्च स्तरीय संपर्क पर गहरा संतोष जताया जो समग्र सहयोग में संबंध को उत्तरोत्तर बढ़ाने और गहरा करने में मजबूत गति प्रदान करता है।

25. भारत के प्रधानमंत्री महामहिम श्री नरेन्द्र मोदी ने किर्गिज गणतंत्र के राष्ट्रपति महामहिम श्री सूरोनबे जीनबेकोव को भारत की सरकारी यात्रा पर आने का न्योता दिया। किर्गिज राष्ट्रपति ने इस न्योता को स्वीकार किया।

26. भारत के प्रधानमंत्री महामहिम श्री नरेन्द्र मोदी ने किर्गिज गणतंत्र के राष्ट्रपति श्री सूरोनबे जीनबेकोव को भारतीय शिष्टमंडल को दिए गए स्वागत और आतिथ्य सत्कार के लिए अपनी कृतज्ञता जतायी।

बिश्केक,
14 जून , 2019


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