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यात्रा विवरण
Detail
सूरीनाम के राष्ट्रपति द्वारा आयोजित भोज में राष्ट्रपति का संबोधन (20 जून, 2018)
जून 20, 2018
आपका स्वागत है और आपके उदार आतिथ्य और कृपालु शब्दों के लिए धन्यवाद। सूरीनाम की यात्रा करने वाला भारत का पहला राष्ट्रपति होना मेरे लिए सम्मान की बात है। आज, वास्तव में, हमारे द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक विशेष और ऐतिहासिक दिन है।
हमारे प्राकृतिक सम्बन्ध और लोगों के आपसी संबंधों ने हमें एकजुट किया है। सूरीनाम की कहानियां, आपके सुन्दर हरित परिदृश्य और आपका उत्साह और स्नेह भारत में बहुत अधिक प्रसिद्ध है। लेकिन यहाँ आने के बाद से मैंने जो देखा और अनुभव किया है, वह हमारी उम्मीदों से भी बढ़कर है। मुझे कहना होगा कि आपने मेरी यात्रा को वास्तव में विशेष बना दिया है।
राष्ट्रपति महोदय, आज सुबह हमारी वार्ता में हमने अपनी दोस्ती को बढ़ाने और गहरा बनाने का संकल्प लिया है। आपकी संसद के असाधारण सत्र को संबोधित करना और आपके राष्ट्रीय स्मारकों पर अपनी श्रद्धंजलि अर्पित करने का अवसर पाना मेरे लिए अत्यंत सम्मान की बात है।
महामहिम,
हम बहुत सी चीजों को साझा करते हैं। हमारे दोनों देश बहु-धार्मिक और बहु-सांस्कृतिक हैं; हम दोनों हमारी प्राचीन परंपराओं से गहराई से जुड़े हुए हैं। भले ही हम तेजी से बदलती दुनिया के अवसरों और चुनौतियों को पार करते हैं, पर हमारे प्राचीन मूल्य हमें वह आधार प्रदान करते हैं जो हमें अपनी जड़ों से जुड़ा और स्थिर रखता है।
राष्ट्रपति महोदय, आपका देश, "नई दुनिया" का हिस्सा है। यहाँ दूर-दूर के लोग और विचार मिश्रित है। जो भी इन तटों पर आया वह जल्द ही यहाँ का बन गया। मैं इस एकता के लिए आपके लोगों का दृदय से सम्मान करता हूँ। इस संदर्भ में, सूरीनाम में भारतीयों के आगमन की 145वीं वर्षगांठ के उत्सव के बीच अपके मनोरम देश में पहुँचना मेरे लिए एक अनूठा अनुभव है। हमारे साझा इतिहास का यह गौरवशाली अध्याय हमेशा हम दोनों के लिए शक्ति का स्रोत बनेगा।
महामहिम,
हमारे देशों में एक अद्वीतीय संबंध है। विकास साझेदारी, सांस्कृतिक सहयोग और लोगों के आपसी संबंधों ने इसे कई उपलब्धियों से पूरित किया है। अन्य अनेक पूरा होने की प्रतीक्षा में हैं।
मैं अपने व्यापार और निवेश संबंधों को बढ़ाने की उच्च क्षमता देखता हूँ। कृषि, पर्यटन, वानिकी, खनन, ऊर्जा और स्वास्थ्य वे क्षेत्र हैं जिनमें हमें अवसर तलाशने की आवश्यकता है।
मुझे खुशी है कि हमने आज सौर ऊर्जा के क्षेत्र में एक नई शुरुआत की है। चूंकि दोनों देश पर्यावरण की सुरक्षा के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं, चाहे वह अमेज़ॅन हो या पवित्र नदी गंगा के समृद्ध वर्षा वन हों, हमें अपने कल को बचाने और उसे भविष्य की पीढ़ियों को सौंपने के लिए एक साथ कार्य करना होगा, जिनपर उनका वैध अधिकार है।
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन का समर्थन करने के लिए मैं सूरीनाम का आभारी हूँ। जलवायु परिवर्तन से निपटने की हमारी साझा खोज में आपकी उपस्थिति हमारे और वैश्विक समुदाय के लिए शक्ति का स्रोत है।
महामहिम,
जब हम अपने साझा भविष्य के बारे में बात करते हैं, तो हमें अपने युवाओं पर ध्यान देना चाहिए। वे एक साथ कई चीजें कर सकते हैं। वे साइबर स्पेस में सहयोग कर सकते हैं या आयुर्वेद और योग के लाभों को समझ सकते हैं। कल, दुनिया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाएगी। राष्ट्रपति महोदय, मुझे अत्यंत हर्ष है कि आप योग को समर्पित इस विशेष दिन के समारोह में मेरे साथ भाग लेंगे। योग का आरंभ भारत में हुआ था, लेकिन आज यह हमारी साझा वैश्विक विरासत का हिस्सा है। मुझे खुशी है कि, पहली बार दो राष्ट्र प्रमुख संयुक्त रूप से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का उत्सव मनाएंगे। मैं आप सभी को स्वस्थ रहने और अपनी भीतरी शांति को बनाए रखने की हमारी खोज में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता हूँ।
महामहिम,
दोस्तों के रूप में हम एक साथ सफर तय कर चुके हैं क्योंकि हमने एक साथ लंबी यात्रा तय की थी। आज, हम भविष्य के लिए एक महत्वाकांक्षी रोडमैप पर सहमत हुए हैं। आइए मजबूत सूरीनाम - भारत संबंधों के लिए साथ काम करते हैं। आइए मैत्री में एकजुट हों। "फूरवार्ट्स एन विरेंड्सकैप"।
महामहिम, देवियों और सज्जनों, आइए इस सकारात्मक कामना के साथ, हम मिलकर टोस्ट उठाएं:
- सूरीनाम के राष्ट्रपति और प्रथम महिला के स्वास्थ्य और खुशी के लिए;
- सूरीनाम के लोगों की निरंतर प्रगति और समृद्धि के लिए;
- और सूरीनाम गणराज्य और भारत गणराज्य के बीच स्थायी और हमेशा की दोस्ती के लिए।
धन्यवाद!
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