मीडिया सेंटर

प्रश्न संख्या 1627 यूएन 1267 में भारतीयों को शामिल करने का प्रयास

सितम्बर 21, 2020

लोक सभा
अतारांकित प्रश्न संख्या 1627
21.09.2020 को उत्तर देने के लिए

यूएन 1267 में भारतीयों को शामिल करने का प्रयास

1627. श्री जी.एस.बसवराज:

क्या विदेश मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे किः

(क) क्या अंतरराष्ट्री य आतंकवाद पर निशाना साधने वाली संयुक्त् राष्ट्रस सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) व्यावस्थाय के अंतर्गत पाकिस्ताआन द्वारा हाल ही में दो भारतीयों को सूचीबद्ध करने के कुत्सित प्रयास को संयुक्ता राष्ट्रस सुरक्षा परिषद द्वारा विफल कर दिया गया है और यदि हां, तो तत्संसबंधी ब्यौारा क्यां है;

(ख) क्याक यूएनएससी मुहर वाली 1267 अत्याधिक खूंखार आंतकवादियों की सूची संयुक्ती राष्ट्रल की एक वैश्विक सूची है और यह सूची पाकिस्तातनी नागरिकों और वहां के निवासियों से भरी पड़ी है और पाकिस्ता)न कुछ भारतीयों को भी उसमें सूचीबद्ध करने के लिए उत्सु क था और यदि हां, तो तत्संसबंधी ब्यौसरा क्या है; और

(ग) क्या पाक की हिटलिस्टष में वे भारतीय पेशेवर और इंजीनियर शामिल हैं जो अफगानिस्तातन में दूरसंचार और बुनियादी ढांचा विकास परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं और यदि हां, तो तत्संतबंधी ब्यौंरा क्या है?

उत्तर
विदेश राज्य मंत्री
[श्री वी. मुरलीधरन]

(क) से (ग) सितंबर 2019 से पाकिस्तान ने संकल्प 1267 के अनुसरण में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद समिति द्वारा चार भारतीय नागरिकों (जो पूर्व में अफगानिस्तान में काम कर चुके हैं) को नामजद करवाने का प्रयास किया है। हालांकि, 1267 प्रतिबंध समिति ने अपनी आंतरिक कार्य-प्रक्रियाओं के आधार पर इस अनुरोध को स्वीकार नहीं किया है।

सरकार के सतत प्रयासों के फलस्वरूप, पाकिस्तान से उपजने वाले आतंकवाद, जिसमें अंतरराष्ट्रीय रूप से नामजद आतंकवादी संगठन एवं व्यक्ति जैसे जमात-उद-दावा (जेयूडी), लश्कर-ए-तैबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिद्दीन की सतत गतिविधियां शामिल हैं, के प्रति वैश्विक स्तर पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच चिंता बढ़ी है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने फरवरी 2019 में पुलवामा पर हुए सीमा-पार से आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। कई देशों ने पाकिस्तान से स्पष्ट तौर पर कहा है कि वह किसी भी प्रकार के आतंकवाद के लिए अपने भू-क्षेत्र का उपयोग न होने दे।

कई आतंकी संगठन एवं व्यक्ति जो पाकिस्तान में पनाह लेते हैं और जो भारत के विरुद्ध आतंकवाद में भी शामिल रहते हैं, को संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ तथा अन्य देशों द्वारा अभिनिषिद्ध किया गया है। 1 मई 2019 को संयुक्त राष्ट्र 1267 प्रतिबंध समिति ने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर को एक संयुक्त राष्ट्र अभिनिषिद्ध आतंकी के रूप में नामजद किया। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीए) ने जून 2018 में अपने पूर्ण सत्र में लगातार आतंकी वित्तपोषण संबंधी चिंताओं के कारण पाकिस्तान को ‘ग्रे लिस्ट’ में अधिसूचित किया है जिसमें संयुक्त राष्ट्र अभिनिषिद्ध आतंकी संगठन जैसे एलईटी, जेयूडी और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन को वित्तपोषण भी शामिल है।

पाकिस्तान कई तरह के हथकंडे अपनाकर अफगानिस्तान में काम कर रहे हमारे पेशेवर लोगों को निशाना बनाता रहा है। पिछले 12 वर्षों में अफगानिस्तान में विभिन्न विकास परियोजनाओं पर कार्य कर रहे कई भारतीयों पर हमले हुए हैं और उनका अपहरण किया गया है। अफगानिस्तान सरकार की सहायता से, भारत बहुत से बंधक भारतीयों को सुरक्षित रिहा कराने में सफल रहा है। इसके अतिरिक्ते, भारतीय राजदूतावास और उसके कौंसुलावासों पर भी हमले किए गए हैं।

***

Write a Comment एक टिप्पणी लिखें
टिप्पणियाँ

टिप्पणी पोस्ट करें

  • नाम *
    ई - मेल *
  • आपकी टिप्पणी लिखें *
  • सत्यापन कोड * पुष्टि संख्या