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जाम्बिया गणराज्य के राष्ट्रपति की भारत की राजकीय यात्रा पर संयुक्त वक्तव्य (20-22 अगस्त,2019)

अगस्त 22, 2019

भारत के माननीय राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविंद के निमंत्रण पर ज़ाम्बिया गणराज्य के राष्ट्रपति, महामहिम श्री एडगर छगवा लुंगुने 20 से 22 अगस्त 2019 तक भारत की यात्रा की।

महामहिम राष्ट्रपति लुंगू एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ आए थे। प्रतिनिधिमंडल में सांसद, विदेश मामलों के मंत्री, माननीय जोसेफ मालनजी, सांसद, राष्ट्रपति से संबंधित मामलों के मंत्री, माननीय फ्रीडम सिकज़्वे, वाणिज्य, व्यापार और उद्योग मंत्री, माननीय क्रिस्टोफर यालुमा, सांसद, खान और खनिज विकास मंत्री,माननीय रिचर्ड मुसुकवा और सांसद, उपराष्ट्रपति के कार्यालय में मंत्री, माननीय ओलीपा फिरी के साथ अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल थे।

आधिकारिक कार्यक्रमों में राष्ट्रपति भवन में एक औपचारिक स्वागत समारोह, भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद के साथ बैठक और प्रधानमंत्री मोदी के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता, भारत के राष्ट्रपति द्वारा आयोजित एक भोज,विदेश राज्य मंत्री, श्री वी. मुरलीधरन द्वारा शिष्टाचार भेंट और नई दिल्ली में भारत-जाम्बिया व्यवसाय मंच में भागीदारी शामिल थी। 22 अगस्त को, महामहिम राष्ट्रपति लुंगू ने एनसीआर क्षेत्र की कृषि-व्यवसाय/खाद्य प्रसंस्करण इकाई का दौरा किया।

सौहार्द्र और मैत्रीपूर्ण वातावरण में दोनों पक्षों के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। जिसमें आपसी हितों के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई। राष्ट्रपति कोविंद ने 2018 में जाम्बिया की अपनी सफल यात्रा को याद किया। दोनों नेताओं ने अप्रैल 2018 में राष्ट्रपति कोविंद की जाम्बिया की राजकीय यात्रा के समय दोनों देशों द्वारा हस्ताक्षरित समझौतों और लिए गए निर्णयों की स्थिति की समीक्षा की और उनमें हुई प्रगति पर संतोष व्यक्त किया।

महामहिम राष्ट्रपति लुंगु और माननीय प्रधानमंत्री मोदी की बैठक में, दोनों नेताओं ने भारत और ज़ाम्बिया के बीच के गहरे संबंधों को स्वीकार किया और दोनों देशों के बीच आर्थिक, वाणिज्यिक, स्वास्थ्य, बुनियादी ढाँचे, क्षमता निर्माण और सांस्कृतिक सहयोग को और मजबूत करने की पारस्परिक इच्छा की फिर से पुष्टि की।महामहिम राष्ट्रपति लुंगु ने ऊर्जा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे, क्षमता निर्माण और व्यापार सहित ज़ाम्बिया के विकास कार्यक्रमों में भारत सरकार के समर्थन के लिए सरकार का आभार व्यक्त किया। महामहिम राष्ट्रपति लुंगु ने जाम्बिया के क्षमता निर्माण और विशेष रूप से रक्षा बलों के लिए भारत के योगदान को स्मरण किया और इस क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए रक्षा सहयोग मार्ग पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने पर प्रसन्नता व्यक्त की।

इस यात्रा के दौरान, निम्नलिखित द्विपक्षीय समझौतों/समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए:- रक्षा सहयोग पर समझौता ज्ञापन, भूविज्ञान और खनिज संसाधनों के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन, स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन, कला और संस्कृति पर समझौता ज्ञापन,भारत के विदेश सेवा संस्थान और जाम्बियन इंस्टीट्यूट ऑफ डिप्लोमेसी एंड इंटरनेशनल स्टडीज के बीच समझौता ज्ञापन,भारत के चुनाव आयोग और जाम्बिया के चुनाव आयोग के बीच चुनाव के क्षेत्र में आपसी समझ और सहयोग पर समझौता ज्ञापन। इसके अलावा, टेली-एजुकेशन, टेलीमेडिसिन यानी ई-वीबीएबी नेटवर्क परियोजना में ज़ाम्बिया की भागीदारी के लिए भी एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। भारत ने जाम्बिया में लघु और मध्यम उद्यमों के विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक एसएमई इनक्यूबेशन सेंटर स्थापित करने के लिए समर्थन देने की घोषणा की। इसके अलावा, भारत सरकार ने ज़ाम्बिया में कृषि को बढ़ावा देने के लिए 100 सौर सिंचाई पंपों के लिए अनुदान और ज़ाम्बिया वायु सेना के बेस पर तैनात करने के लिए 5 फायर टेंडर देने की घोषणा की।भारत ने मानवीय सहायता के रूप में 1000 मीट्रिक टन चावल और 100 मीट्रिक टन दूध का पाउडर देने की भी घोषणा की। राष्ट्रपति लुंगू ने घोषणाओं के साथ-साथ पिछले वर्ष भारत के माननीय राष्ट्रपति की जाम्बिया यात्रा के समय घोषित 3 मिलियन अमरीकी डॉलर की दवाओं और चिकित्सा उपकरणों के दान को जाम्बिया भेजने के लिए भी गहरा आभार व्यक्त किया।इसके अलावा, महामहिम राष्ट्रपति लुंगु ने महात्मा गांधी प्राथमिक विद्यालय को दिए गए 100,000 अमरीकी डॉलर के दान के लिए आभार व्यक्त किया।भारत के माननीय राष्ट्रपति की जाम्बिया यात्रा के समय इस स्कूल को माध्यमिक विद्यालय में उन्नत करने के लिए इस दान की घोषणा की गयी थी।महामहिम राष्ट्रपति लुंगु ने घोषणा की कि अपनी सराहना और महात्मा गांधी के जन्म की 150वीं वर्षगांठ के सम्मान में, ज़ांबियाई सरकार स्कूल में महात्मा गांधी की प्रतिमा की स्थापना का स्वागत करेगी।

दोनों पक्षों ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग के सकारात्मक प्रभाव पर चर्चा की और जाम्बिया में चल रहे 650 स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण और एक्ज़िम बैंक ऑफ़ इंडिया के खरीदार क्रेडिट योजना के अंतर्गत भारत सरकार से समर्थन से वित्त पोषित लुसाका सिटी रोड्स डिसॉन्गेंसियन परियोजना के कार्यान्वयन पर संतोष व्यक्त किया।

उन्होंने जाम्बिया में, विशेष रूप से खनन, बुनियादी ढाँचे, विनिर्माण और फार्मास्युटिकल्स के क्षेत्रों और कुछ देर से कृषि में भारतीय निजी निवेश की स्थिर आमद की प्रशंसा की।उन्होंने द्विपक्षीय व्यापार में लगातार वृद्धि पर संतोष व्यक्त किया, जो 2018 में 833 मिलियन अमेरिकी डॉलर था,जिसमें मुख्य रूप से जाम्बिया से निर्यात हावी रहा और व्यापारिक वस्तुओं की सूची का विस्तार करने की आवश्यकता पर बल दिया।

व्यापार और निवेश सहयोग के विस्तार को और गहरा करने पर ध्यान दिया गया।इस संबंध में, दोनों पक्ष निवेश को बढ़ावा देने के लिए अपने-अपने देशों में व्यापार करने में आसानी को बढ़ाते हुए सार्वजनिक और निजी कंपनियों को व्यापार और निवेश के अवसरों का पता लगाने के लिए प्रोत्साहित करने में मिलकर काम करने पर सहमत हुए।

भारत-ज़ाम्बिया व्यवसाय मंच को संबोधित करते हुए दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ाने और विविधता लाने के लिए नए प्रयास करने पर सहमति व्यक्तकी गई। व्यवसाय मंच में दोनों पक्षों के विभिन्न वाणिज्य मंडलों के अधिकारी शामिल थे।

द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में लोगों के आपसी संपर्क और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के महत्व को दोहराया गया।

सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए सांस्कृतिक विनिमय कार्यक्रम (सीईपी) आरंभ करने के निर्णय का स्वागत किया गया। नेताओं ने दोनों देशों के बीच पर्यटकों के बढ़ते प्रवाह पर संतोष व्यक्त किया।

दोनों पक्षजलवायु परिवर्तन, शांति, सुरक्षा और सतत विकास जैसी वर्तमान वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए संयुक्त राष्ट्र और अन्य बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए।

संस्था को और अधिक लोकतांत्रिक, प्रतिनिधित्व पूर्ण, पारदर्शी और कुशल बनाने की दृष्टि से संयुक्त राष्ट्र और उसके प्रमुख अंगों के चल रहे सुधारों के लिए अपना मजबूत समर्थन दोहराया,जिससे यह समकालीन दुनिया की असंख्य चुनौतियों से अधिक प्रभावी ढंग से निपट सके।उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी और गैर-स्थायी सदस्यता श्रेणियों में शीघ्र सुधार के महत्व पर जोर दिया, ताकि यह जवाबदेह, प्रतिनिधित्व पूर्ण और प्रभावी तरीके से वर्तमान वास्तविकताओं और कार्यों को प्रतिबिंबित कर सके। उन्होंने संशोधित बहुपक्षवाद के महत्व को रेखांकित किया।

आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में इसकी निंदा की और इस संबंध में साथ मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद पर व्यापक सम्मेलन को शीघ्र अंतिम रूप देना शामिल है।दोनों नेताओं ने अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों के महत्व पर बल दिया और इस बात पर सहमति व्यक्त की कि आतंकवादियों और उनकी गतिविधियों के लिए सुरक्षित आश्रय स्थलों को समाप्त करने के लिए दृढ़ और विश्वसनीय कदम उठाए जाने चाहिए। इस संदर्भ में, प्रधानमंत्री मोदी ने पुलवामा आतंकवादियों के हमले की कड़ी निंदा करने और भारत और उसके लोगों के साथ व्यक्त की गई एकजुटता के लिए राष्ट्रपति लुंगू को धन्यवाद दिया।

दोनों देशों के बीच नियमित रूप से उच्च-स्तरीय संपर्कों पर संतुष्टि व्यक्त की गई, जो सहयोग के पूरे परिदृश्य में प्रगतिशील वृद्धि और द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने के लिए आवश्यक आवेग प्रदान करते हैं।

जाम्बिया गणराज्य के राष्ट्रपति, महामहिम श्री एडगर छगवा लुंगु की राजकीय यात्रा सेदोनों देशों के बीच सहयोग के एक नए युग की शुरुआत हुई और यह द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम था।

महामहिम राष्ट्रपति लुंगु ने अपने और अपने प्रतिनिधि मंडल के उत्साह पूर्ण उदार आतिथ्य और सम्मान के लिए भारत गणराज्य के राष्ट्रपति, महामहिम राम नाथ कोविंद को धन्यवाद दिया।

नई दिल्ली,
22 अगस्त, 2019



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