मीडिया सेंटर

सर्बिया की यात्रा के दौरान विदेश मंत्री का प्रेस वक्तव्य

नवम्बर 11, 2019

विदेश मंत्री, डॉ.एस जयशंकर: उपप्रधानमंत्री, विदेश मंत्री डेसिक, मीडिया के दोस्तों, प्रिय सहयोगियों, मुझे यह कहकर शुरू करना चाहिए कि बेलग्रेड में होना वास्तव में बहुत खुशी की बात है। हमारे बीच लम्बी और समयसिद्ध मित्रता होने के बाद भी यह मेरी पहली यात्रा है। विदेश मंत्री ने इस तथ्य का उल्लेख किया कि हम गुटनिरपेक्ष आंदोलन के संस्थापक सदस्य थे, मुझे लगता है कि आज भी आजादी की भावना जो गुटनिरपेक्ष सोच को चिन्हित करती है, हमारे संबंधों में बहुत ही महत्वपूर्ण कारक है और यह अंतरराष्ट्रीय मामलों में हमारे सहयोग को आगे बढ़ाती रहेगी।

हमारा रिश्ता आपसी विश्वास, आपसी समझ पर आधारित है। हम मुख्य हितों के मुद्दों पर एक-दूसरे का समर्थन करते हैं। जैसा कि मंत्री महोदय ने कहा, मैं इस बात से पूरी तरह सहमत हूं कि हमारे बीच कोई मुद्दा नहीं है, कोई मतभेद नहीं है फिर भी हमारे संपर्क और निकटता उतनी नहीं है जितनी कि हो सकती थी और मुझे उम्मीद है कि आज मेरी उपस्थिति से स्थिति बदल जाएगी। मैं लगभग चार महीने से विदेश मंत्री हूँ, इसके बावजूद यह वास्तव में हमारी तीसरी बातचीत है। मेरे पद संभालने के बाद उन्होंने मुझे फोन कर बधाई दी। हमने गुटनिरपेक्ष शिखर सम्मेलन के दौरान बाकू में कुछ समय बिताया और मैं वास्तव में आज यहां आकर बहुत खुश हूं।

एक बार फिर जैसा कि मंत्री महोदय ने उल्लेख किया, हमने हाल ही में अपने राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मनाई है और मैं वास्तव में यह देख रहा हूं कि पिछले वर्षों में हमारे बीच आदान-प्रदान में तेजी आई है। राष्ट्रपति व्यूसिक दो साल पहले भारत में थे, मंत्री डेसिक खुद पिछले साल वहां थे, इस साल हमारे स्पीकर यहां थे, हमारे उप राष्ट्रपति पिछले साल यहां थे, इसलिए मुझे उम्मीद है कि यह वास्तव में हमारे रिश्ते का एक नया चरण है।

हमारे द्विपक्षीय संबंधों में मील के कई पत्थर हैं, लेकिन मुझे लगता है कि हमारे संबंधों का एक केंद्रीय पहलू यह है कि हम हमेशा एक-दूसरे के साथ खड़े रहे हैं और जब भी बात संप्रभुता तथा क्षेत्रीय अखंडता की आती है तो हमने एक-दूसरे के समर्थन का विस्तार किया है। आप सभी जानते हैं कि कोसोवो मुद्दे पर लंबे समय से हमने एक स्टैंड लिया है और मैं, आज, विदेश मंत्री की इस बात का स्वागत करता हूँ कि सर्बिया जम्मू और कश्मीर से संबंधित मुद्दों को पूरी तरह से भारत का आंतरिक मामला मानता है।

दोस्तों, यह बहुत छोटी लेकिन गहन यात्रा है, और मैं अभी भी इसके बीच में हूं। हमने कल शाम एक संक्षिप्त बैठक की लेकिन आज बहुत अच्छी चर्चा हुई। जैसे ही मैं यहां पहुंचा, मैंने नेशनल असेंबली के अध्यक्ष को फोन किया और हमारे बीच संसदीय मित्रता को आगे बढ़ाने के तरीकों के बारे में अच्छी चर्चा हुई। कल शाम मेरी रक्षा मंत्री वुलिन के साथ भी एक बैठक हुई, जिसमें मेरी उपस्थिति में एक समझौते पर हस्ताक्षर हुए, जो दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ावा देगा और हमारी रक्षा कंपनियों को एक-दूसरे के साथ अधिक प्रभावी ढंग से सहयोग करने के लिए आधार प्रदान करेगा।

हमारे द्विपक्षीय सहयोग के संदर्भ में, आज हमारे संबंधों के आर्थिक और व्यावसायिक पहलुओं पर बहुत बातें हुईं। मैं शाम को भारतीय और सर्बियाई व्यापारिक प्रतिनिधियों से मुलाकात करूंगा, जो एक-दूसरे के साथ काम करते हैं। सर्बिया में पहले से ही हम निवेश करते रहे हैं, कृषि उपकरण में, आईटी में, खाद्य प्रसंस्करण और फार्मास्यूटिकल्स में तथा हम इस बात पर सहमत हैं कि दोनों देशों को इसे आगे बढ़ाने के लिए वास्तव में बहुत कुछ करने की आवश्यकता है। हम नोवीसैड में अंतर्राष्ट्रीय कृषि मेले में भाग लेंगे। हम इस महीने होने वाले अपने वार्षिक भारत यूरोप बिजनेस फोरम में सर्बियाई प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हैं।

पिछले कुछ वर्षों में सर्बियाई अर्थव्यवस्था की महान उपलब्धियों और प्रगति के लिए भारत में वास्तव में बहुत सम्मान है। हम देख सकते हैं कि इस क्षेत्र में आप आर्थिक विकास के बड़े नेता हैं और मैं आपको बता सकता हूं कि यहां संभावनाएं तलाशने में भारतीय व्यापार की बहुत रुचि है।

सांस्कृतिक सहयोग और लोगों से लोगों का संपर्क भी हमारे संबंधों की एक बहुत उल्लेखनीय विशेषता रही है। हम भारतीयों को बिना वीजा के सर्बिया की यात्रा करने के लिए आपको धन्यवाद देते हैं। हमने सर्बियाई नागरिकों के लिए ऑनलाइन वीजा की सुविधा भी दी है और मैं देख सकता हूं कि पर्यटन में यहाँ पहले से ही बहुत तेजी आई है। पिछले साल 27,000 भारतीय सर्बिया आए थे, और हम उम्मीद करते हैं कि संख्या बढ़ेगी। और इससे संबंधित एक पहलू यह है कि भारतीय फिल्मों की शूटिंग अब सर्बिया में हो रही है। हमारी एक बहुत बड़ी हिट थी जो इस साल रिलीज़ हुई थी, आप जानते हैं जब हममें से बहुतों ने उस फिल्म को देखा तब एहसास हुआ कि वास्तव में सर्बिया ऐसा दिखता है। इसलिए मुझे यकीन है कि यह फिर से एक ऐसा क्षेत्र है जहां फिल्म सहयोग के बढ़ने की संभावनाएं बढ़ सकती हैं।

अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में, फिर से हमारे पास असाधारण रूप से अच्छा समर्थन है। जैसा कि मंत्री ने कहा कि अधिकांश समय हम एक-दूसरे से पूछते भी नहीं हैं, मुझे लगता है कि हमारे अधिकारी जानते हैं कि सोच क्या है, और न केवल मंत्रियों की बल्कि पूरी सरकार की सोच। इसलिए हम लगभग सहज और स्वाभाविक रूप से, एक-दूसरे की स्थिति का समर्थन करते हैं, चाहे वह अंतरराष्ट्रीय संगठन चुनावों को लेकर हो या अन्य और हम संयुक्त राष्ट्र में सुधार तथा इसे और अधिक समकालीन बनाने की आवश्यकता पर भी सहमत हैं।

एक मुद्दा जिस पर हम दोनों केंद्रित हैं, वो यह है कि आतंकवाद के विरुद्ध उसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में लड़ने की आवश्यकता है और मुझे लगता है कि हम सभी अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग को मजबूत करने की आवश्यकता पर पूर्ण सहमत हैं। यह एक वैश्विक चुनौती है और हमारा मानना है कि इसके लिए वैश्विक प्रतिक्रिया की आवश्यकता है।

मुझे आज दोपहर में सर्बिया के राष्ट्रपति से मिलने का सम्मान हासिल होगा, जैसा कि मैंने कहा, उन्होंने दो साल पहले प्रधानमंत्री के रूप में भारत का दौरा किया था। मैं भारतीय समुदाय और फ्रेंड्स ऑफ इंडिया और सर्बिया के साथ भी बैठक करूंगा लेकिन मैं निश्चित रूप से अपनी यात्रा के अंत में बहुत आश्वस्त हूं कि कई मायनों में यहां मेरी मौजूदगी और आज जो चर्चाएँ हमने की हैं, वो हमारे संबंधों को एक नई ऊर्जा और उत्साह प्रदान करेगा।

मुझे भारत में मंत्री डेसिक को दोबारा देखकर खुशी होगी। मुझे उम्मीद है कि एक दिन सर्बियाई फिल्मों की भी शूटिंग भारत में होगी, और हम भी कम से कम आपके साथ नृत्य करेंगे। वो मुझे बताते रहते हैं कि आप जानते हैं कि यहाँ बहुत सारे भारतीय हैं और भारत तथा सर्बिया के बीच एक बड़ा अंतर है, लेकिन आपके पास जोकोविच है और मुझे लगता है कि इसी से सारे अंतर हैं। इसलिए एक बार फिर मैं आपके आतिथ्य के लिए, आपके स्वागत की गर्मजोशी, आपकी घनिष्ठ मित्रता के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं और मुझे पूरा यकीन है कि आज की मुलाकात हमारे संबंधों का एक नया चरण होगा। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

कोसोवो पर एक प्रश्न का उत्तर: मुझे लगता है कि कोसोवो पर हमारी स्थिति बहुत स्पष्ट है। मैंने कहा है, यह कोई नई स्थिति नहीं है। यह एक बहुत ही सैद्धांतिक स्थिति है क्योंकि यह एक देश और एक मित्र देश, एक ऐसे देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए समर्थन से संबंधित है, जिसके साथ हमारा दीर्घकालिक संबंध है।

जब फिल्मों की बात आती है तो आप जानते हैं कि भारतीय दुनिया में सबसे ज्यादा फिल्में बनाते हैं, मुझे संदेह है कि दुनिया में सबसे ज्यादा फिल्में भी यहीं देखी जाती हैं। इसलिए हम बहुत खुश हैं कि यह सहयोग का एक नया क्षेत्र है और इस संबंध में बाकी सभी चीजों की तरह हम इसे भी दोतरफा बनाना चाहेंगे इसलिए हम सर्बियाई लोगों के लिए भी चाहेंगे कि वे अपनी फिल्मों के जरिए भारतीयों को देखें। इसलिए हम उस पर आपके साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं।

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